खाना खाने के बाद प्लेट भी खा सकेंगे
खाना खाने के प्लेट धोकर रखने की प्रथा तो बहुत समय से चली आ रही है , लेकिन क्या आपने कहीं देखा है जहाँ खाना खाने के बाद प्लेट को धोने के बजाय सीधे खा सकते है , जी हाँ इस पोस्ट में हम इसी के बारे में बात करेंगे कि वह कोण सी प्लेट है जिसे आप खा सकते है | ये कोई साधारण प्लेट नहीं है इसे इस तरह बनाया गया है ताकि आप इसे ओवन में रखकर खाना गर्म भी कर सकते है | दरअसल प्लास्टिक से लगातार बढ़ते हुए कचरे से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कई कंपनियों ने इस पर रिसर्च करके ये प्रोडक्ट बनाया है | इनमे लगभग कई प्रकार के खाद्य पदार्थो का स्तेमाल किया जाता है |
गेंहू के भूसे से बनी प्लेट : गेंहू के भूसी से बनी प्लेट को सबसे पहले पोलेंड के एक किसान जर्जी वैसोकी ने बनाया था | इसके अतिरिक्त इंडोनेशियाई कंपनी इवोवेयर समुद्री शैवाल से बर्गर को लपेटने वाले पेपर और कॉफ़ी के कप बनती है |
आलू के स्टार्च से बने पैकेट : फ्रांसिसी कम्पनी ‘ डू इट ’ आलू के स्टार्च से प्लेट और पैकेट बनती है , ये प्लेट और पैकेट खाने में बहुत ही कुरकुरे और देखने में बहुत ही खुबसूरत लगते हैं | ये ग्लूटेन मुक्त होती हैं , इन्हें सीधे ग्रिल में भी डाला जा सकता है |
सेब से बने खाने के पैकेट : रूस की सामरा स्टेट टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने सेबी से खाने की पैकेजिंग का इनोवेशन किया है |
भारतीय कम्पनी भी है शामिल : इस अभियान में भारतीय कम्पनी बेकिज भी शामिल है जो खाने लायक बर्तन बनाती है | ये कम्पनी ऐसी चीजों से इन बर्तनों का निर्माण करती है जो वेस्टेज होते हैं लेकिन जिनका यूज खाने के लिए किया जाता है | इनमे कृषि अपशिस्ट जैसे गेंहू और चावल से बचा हुआ मोटा आता शामिल है | इनका उपयोग करके चम्मच और कप बनाया जाता है |
फायदे :
- इन प्लेट्स का सबसे बड़ा फायदा है कि इनकी वजह से पर्यावरण दूषित नहीं होगा , हालाँकि इन्हें अगर कोई कहना नहीं चाहता है तो वो इन्हें फेंक भी सकता है लेकिन इनकी डिजाइनिंग की वजह से ये जल्दी ही नस्त हो जायेंगे जिससे पर्यावरण को नुक्सान नहीं होगा |
- इन्हें कहीं भी ले जाया जा सकता है
- जिस तरह प्लास्टिक शरीर को नुकसान पहुंचाता है ये शरीर के लिए भी फायदेमंद हैं
- इनके इस्तेमाल से पानी भी कम लगता है |
नुकसान : जिस तरह हर किसी के कुछ फायदे और कुछ नुक्सान होते है उसी प्रकार इनकेभी फायदे और नुकसान हैं
- इनकी कीमत अधिक है जिससे इनका उपयोग महंगा साबित हो सकता है |
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