Skip to main content

Posts

101 Chatgpt prompts for creative writing

Chat GPT help you to get a better article for your blog or website. If we give the command to chat GPT then the result of chat GPT may be the result of chat GPT, maybe not according to us. so to get better result use a right sign on chatgpt to get better result on chatGPT use a right signal you will get better response from chatGPT.  Here we give you 101 Prompts for ChatGPT (GPT4):   "Can you give me some creative writing idea to get started on a new project?" "What are some tips for developing characters in creative writing?" "How do you approach the revision process in creative writing?" "What are some techniques for building tension and suspense in creative writing?" "Can you suggest some effective ways to overcome writer's block in creative writing?" "What are some common pitfalls to avoid in creative writing?" "What are some ways to make dialogue sound more natural in creative writing?" "Can you give me
Recent posts
 

क्या आप बता सकते हो कि हनुमान जी के जीवन की एकमात्र हार किस युद्ध में हुई थी ?

श्री देव्यापराध क्षमापन स्तोत्रं ॥

  माँ दुर्गा की पूजा समाप्ति पर करें ये स्तुति, तथा पूजा में हुई त्रुटि के अपराध से मुक्ति पाएँ। श्री देव्यापराध क्षमापन स्तोत्रं ॥ न मन्त्रं नो यन्त्रं तदपि च न जाने स्तुतिमहो न चाह्वानं ध्यानं तदपि च न जाने स्तुतिकथा: । न जाने मुद्रास्ते तदपि च न जाने विलपनं परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम् ॥ 1 ॥ विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया विधेयाशक्यत्वात्तव चरणयोर्या च्युतिरभूत् । तदेतत्क्षन्तव्यं जननि सकलोद्धारिणि शिवे कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥ 2 ॥ पृथिव्यां पुत्रास्ते जननि बहव: सन्ति सरला: परं तेषां मध्ये विरलतरलोSहं तव सुत: । मदीयोSयं त्याग: समुचितमिदं नो तव शिवे कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥ 3 ॥ जगन्मातर्मातस्तव चरणसेवा न रचिता न वा दत्तं देवि द्रविणमपि भूयस्तव मया । तथापि त्वं स्नेहं मयि निरुपमं यत्प्रकुरुषे कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥ 4 ॥ परित्यक्ता देवा विविधविधिसेवाकुलतया मया पंचाशीतेरधिकमपनीते तु वयसि । इदानीं चेन्मातस्तव यदि कृपा नापि भविता निरालम्बो लम्बोदरजननि कं यामि शरणम् ॥ 5 ॥ श्वपाको जल्पाको भवति मधुपाकोपमगिरा निरातंको रंको विहरति चिरं कोटि

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। Jai Ganesh Jai Ganesh Deva Lyrics in hindi

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥ जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा !! एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी। माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी॥ जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥ अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया, बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया। जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा! माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा। हार चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा। लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा॥ जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥ दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी। कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥ जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा! माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा। 

Om Jai Lakshmi Mata Aarti Lyrics in hindi| Laxmi Mata Aarti

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता । सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता । जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता । कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता । सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता । खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता । रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई जन गाता । उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥